क्यों बंध करने पड़ गये 10 रुपए की सिक्के 💰
कोई नहीं ले रहा सिक्के! RBI के पास लगा सिक्कों का अंबार, अब रिजर्व बैंक Coin लेने पर दे रहा तीन गुना ज्यादा इंसेंटिव
Indian Currency- पहले 1,2 और 5 रुपये के सिक्के की काफी डिमांड थी. लेकिन धीरे-धीरे सिक्कों की डिमांड घटने लगी है.
जानिए कितना बढ़ा इंसेंटिव -:अब तक आरबीआई, बैंकों को सिक्कों के प्रति बैग पर 25 रुपये का इंसेंटिव देता था, यानी एक बैग सिक्के लेने पर बैंक को 25 रुपये इंसेंटिव के रूप में अलग से दिए जाते थे. अब उसे बढ़ाकर 65 रुपये कर दिया गया है. RBI ने आम लोगों को सिक्के देने को लेकर बैंकों के लिये प्रोत्साहन राशि 25 रुपये प्रति थैला से बढ़ाकर 65 रुपये प्रति बैग कर दी है. साफ-सुथरे नोट नीति के तहत यह कदम उठाया गया है. साथ ही इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि सभी बैंक शाखाएं नोट को बदलने और सिक्के उपलब्ध कराने को लेकर लोगों को बेहतर सेवा उपलब्ध करायें.
RBI ने एक अधिसूचना में कहा कि बैंकों को ग्रामीण और छोटे कस्बों में सिक्का वितरण को लेकर प्रति थैला 10 रुपये का अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जएगा. केंद्रीय बैंक ने कहा, एक सितंबर, 2021 से बैंकों के दावों की प्रतीक्षा किए बिना, करेंसी चेस्ट(CC) से शुद्ध निकासी के आधार पर सिक्कों के वितरण के लिये 25 रुपये के बजाए प्रति थैला 65 रुपये का प्रोत्साहन दिया जाएगा.
व्यवसायिक लेनदेन के लिए सिक्के देंRBI के सर्कुलर में कहा गया है कि थोक ग्राहकों की सिक्का आवश्यकताओं (एक लेनदेन में एक थैले से अधिक की आवश्यकता) को पूरा करने के लिए, बैंकों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसे ग्राहकों को विशुद्ध रूप से व्यवसायिक लेनदेन के लिए सिक्के प्रदान करें. बैंक अपने निदेशक मंडल से अनुमोदित नीति के तहत ग्राहकों को शाखाओं में आने के बजाए उनके घर या कार्य स्थल पर सेवाएं (डोर स्टेप बैंकिंग) प्रदान करने का प्रयास कर सकते हैं.
आरबीआई ने बैंकों को दी सलाहआरबीआई के अनुसार, ऐसे ग्राहक के लिये जरूरी है कि उसने केवाईसी (KYC) का अनुपालन किया हो और सिक्के की आपूर्ति का रिकार्ड रखा जाना चाहिए. बैंकों को यह सलाह दी जाती है कि इस सुविधा का दुरूपयोग न हो, इसके लिये लिये जांच-पड़ताल कर लें. फिलहाल खुदरा ग्राहकों को सिक्के का वितरण छोटे लॉट में किया जाता है. थोक ग्राहकों को यह सेवा नहीं दी जाती.
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